Friday 28 August 2020

सर्व शिक्षा अभियान शिक्षा में नवाचार एवं नवीन प्रवृतियां

 


सर्व शिक्षा अभियान 

एसएससी की योजना 2001 में शुरू की गई थी सर्व शिक्षा अभियान प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक योजना है सर्व शिक्षा अभियान का लक्ष्य शिक्षा को समान रूप से सभी तक पहुंचाना लैंगिक एवं सामाजिक अंतरों को हटाना और बच्चों के अध्ययन स्तर में महत्वपूर्ण वृद्धि करना है एक राष्ट्रीय योजना के रूप में यह देश के सभी जिलों में लागू की जा रही है 

वर्तमान में सर्व शिक्षा अभियान पूरे देश में संचालित है इसके अंतर्गत प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय आते हैं इस योजना से कुल 1200000 से अधिक व्यक्तियों के लगभग 20 करोड़ बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं

सर्वशिक्षा अभियान के उद्देश्य

• 6 से 14 वर्ष सभी बच्चों को उपयोगी तथा सार्थक प्रारंभिक शिक्षा यानी की कक्षा 1 से 8 तक की व्यवस्था।
• समुदाय की सक्रिय सहभागिता से सामाजिक क्षेत्र तथा लैंगिक असमानता को समाप्त।
• गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा की उपलब्धता तथा जीवन के लिए शिक्षा पर जोर देना।
• सार्वभौमिक ठहराव सुनिश्चित करना
• संतोषप्रद गुणवत्ता वाली प्रारंभिक शिक्षा
सर्व शिक्षा अभियान को प्रदेश में लागू किया जाएगा इसमें बालिकाओं अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों तथा दुष्कर परिस्थितियों में रह रहे छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

सर्व शिक्षा अभियान के कार्य
• उन स्थानों पर नए विद्यालयों की स्थापना करना
• जहां विद्यालयों की सुविधा उपलब्ध नहीं है साथ ही विद्यमान विद्यालयों की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करना
• जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहां अध्यापक उपलब्ध कराना
• शिक्षण अधिगम सामग्री के निर्माण हेतु अनुदान देना बालिका शिक्षा तथा कमजोर वर्ग के बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करना
• कंप्यूटर शिक्षा की व्यवस्था करना
• सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना

सर्व शिक्षा अभियान की विशेषताएं 

• बालिकाओं पर विशेषता अनुसूचित जाति जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग की बालिकाओं पर ध्यान देना
• विद्यालय छोड़कर जा चुकी बालिकाओं को वापस लाने हेतु अभियान चलाना
• लड़कियों के लिए निशुल्क पाठ्य पुस्तकें बालिकाओं हेतु विशेष प्रशिक्षण कोचिंग सेंटर तैयारी कक्षाओं का आयोजन और सीखने के लिए उत्तम वातावरण बनाना
• शिक्षा के समान अवसरों को बढ़ावा देने हेतु शिक्षक जागरूकता कार्यक्रम
• बालिका शिक्षा से संबंधित प्रयोगात्मक परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देना
• 50% महिला शिक्षकों की नियुक्ति
सर्व शिक्षा अभियान का गठन
प्रधानमंत्री सर्व शिक्षा अभियान के राष्ट्रीय मिशन के अध्यक्ष हैं तथा मानव संसाधन विकास मंत्री उपाध्यक्ष जो कि देश में सर्व शिक्षा अभियान के विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की देखरेख करते हैं इस समय राज्य स्तर पर मिशन के प्रमुख संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री होते हैं जो कि कार्यक्रम को आगे बढ़ाने तथा उनका अनवीक्षण करने का कार्य करते हैं

उपलब्धियां

यह कार्यक्रम पूरे देश में लागू किया जाएगा तथा इसमें बालिकाओं अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों तथा दुष्कर परिस्थितियों में रह रहे छात्रों की सबसे कम आ सकता हूं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा इस कार्यक्रम के अंतर्गत आबादी क्षेत्रों में अब तक स्कूल नहीं है वहां नए स्कूल खोलने तथा अतिरिक्त कक्षाओं में तुम्हें कमरे शौचालय पेयजल रखरखाव एवं स्कूल सुधार अनुदान के माध्यम से में स्कूल खोलने और पोस्ट करना शामिल है सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत से अब तक लाखों की संख्या में स्कूल व मैं शिक्षक और नए कमरे मुहैया कराए जा चुके हैं सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में भारी कमी लाने में सफलता प्राप्त हुई है स्कूलों में छोटे और दूरदराज के विभागों में खोले गए स्कूलों में कामकाजी बच्चों परिवारों के साथ दूसरी जगहों से आए बच्चे और शहरी वंचित बच्चों की शिक्षा मुहैया कराई जाती है एसएससी में बालिकाओं एवं समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों पर विशेष ध्यान देने का प्रावधान है इसके तहत ऐसे बच्चों के लिए निशुल्क पाठ्य पुस्तकों की व्यवस्था सहित कई अन्य कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं शिक्षा के अंतर को समाप्त करने के लिए ऐसे के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कंप्यूटर शिक्षा दिलाने का भी प्रावधान है

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home